गाँधी का एक सुख रहा कि वे स्वातंत्र्योत्तर भारतीय समाज के सर्वमान्य प्रतीक के रूप में पढ़े गये
ट्रस्टीशिप बचा रहे, देशज शिक्षा बची रहे, वैष्णवजन बचा रहे,राम और रामराज्य बचा रहे तो महात्मा गाँधी भी बचे रहेंगे— प्रो. चन्दन कुमार गाँधी स्टडी सर्किल, दयाल सिंह सांध्य महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन समापन सत्र में ‘थियोराईजिंग गाँधियन पॉलिटिक्स’ विषय पर विशिष्ट आगे पढ़ें..