लवर्स - निर्मल वर्मा साहित्य जन मंथन

लवर्स – निर्मल वर्मा

हिंदी कहानी ‘एल्प्स’ के सामने कारीडोर में अंग्रेजी-अमरीकी पत्रिकाओं की दुकान है। सीढ़ियों के नीचे जो बित्ते-भर की जगह खाली रहती है, वहीं पर आमने-सामने दो बेंचें बिछी हैं। इन बेंचों पर सेकंड हैंड किताबें, पॉकेट-बुक, उपन्यास और क्रिसमस कार्ड पड़े हैं। दिसंबर… पुराने साल के चंद आखिरी दिन। नीला आगे पढ़ें..