उसने कहा मुझसे

उसने कहा मुझसे साहित्य जन मंथन

उसने कहा मुझसे –
कोरोना पर लिखो.
मैंने फासलों पर लिख दिया,
फासला होगा तो
कोरोना नहीं होगा !

उसने कहा मुझसे –
अत्याचार पर लिखो.
मैंने प्रेम पर लिख दिया,
जहां प्रेम होता है
वहाँ अत्याचार कम होता है.

उसने कहा मुझसे –
भगवान पर लिखो.
मैंने गुरु पर लिख दिया,
बलिहारी गुरु आपकी
जिन गोविंद दियो बताय !

उसने कहा मुझसे –
त्याग पर लिखो.
मैंने माँ पर लिख दिया,
माँ से ज्यादा त्याग
कौन करता है भला ?

रॉक्सी
बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ
मो. 8588869182
Researcher (M.phil)

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